आमेर का किला,जयपुर, राजस्थान

यह भारत के सबसे लोकप्रिय पर्यटन स्थलों में से एक है, और अपनी सुंदर वास्तुकला और इतिहास के लिए जाना जाता है।

किले का निर्माण 16वीं शताब्दी में कछवाहा राजपूतों द्वारा किया गया था, और मूल रूप से इसे आमेर किला कहा जाता था। बाद में मुगल सम्राट अकबर ने 1567 में किले पर विजय प्राप्त करके इसका नामआमेर किला रख दिया।

किला एक पहाड़ी की चोटी पर बना है, और एक खाई से घिरा हुआ है। इसे चार मुख्य वर्गों में विभाजित किया गया है: दीवान-ए-आम, दीवान-ए-ख़ास, शीश महल, और जनाना महल 

दीवान-ए-आम एक बड़ा हॉल है जहाँ राजा दरबार लगाते थे। इसे जटिल नक्काशी और चित्रों से सजाया गया है। दीवान-ए-ख़ास एक छोटा, अधिक अंतरंग हॉल है 

शीश महल पूरी तरह से शीशे से बना एक खूबसूरत महल है। दीवारें, छतें और फर्श सभी दर्पणों से ढके हुए हैं, जो चमकदार प्रभाव पैदा करते हैं। जनाना महल किले का महिलाओं का आवास है।

आमेर का किला राजपूत स्थापत्य कला का बेजोड़ नमूना है। यह यूनेस्को की विश्व धरोहर स्थल है, और भारत में सबसे लोकप्रिय पर्यटन स्थलों में से एक है। इमारतों में उद्यान, आंगन और अपार्टमेंट शामिल हैं।